। इसके उपरांत कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय तक पैदल मार्च करते हुए ज्ञापन सौंपा। यह आंदोलन युवाओं के भविष्य से लगातार हो रहे खिलवाड़, बेरोजगारों के साथ विश्वासघात और सरकार की नाकामी व मिलीभगत के खिलाफ है। हर बार की तरह इस बार भी परीक्षा लीक होकर यह साबित कर दिया गया कि राज्य की भाजपा सरकार और UKSSSC बोर्ड भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने व दोषियों को बचाने में ही लगे हुए हैं। आज उत्तराखंड का युवा सड़क पर उतर चुका है क्योंकि उसकी मेहनत, उसकी पढ़ाई और उसके सपनों को बार-बार कुचला जा रहा है। सरकार और बोर्ड की नाकामी ने बेरोजगारों को मजबूर कर दिया है कि वे न्याय के लिए आंदोलन करें। जन अधिकार पार्टी (जनशक्ति) स्पष्ट करती है कि अगर सरकार ने शीघ्र ही CBI जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई नहीं की तो यह आंदोलन और उग्र होगा।
